- कानपुर में बैठक कर शीघ्र की जाएगी घोषणा
कानपुर/लखनऊ। बच्चों को नशे के रोग से बचाने के लिए मध् निषेध विभाग उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन में हिंदू जागरण मंच एवं सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में कानपुर से वृहद जन चेतना के अंतर्गत स्मोक फ्री स्मार्ट सिटी कानपुर बनाने हेतु अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस के परिप्रेक्ष्य में एक प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश के मध् निषेध एवं आबकारी मंत्री स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल से उनके लखनऊ निवास पर भेंट की, जहां पर एक स्वस्थ परिचर्चा में यह निर्णय हुआ कि शीघ्र ही कानपुर में एक वृहद समीक्षा बैठक करके स्मोक फ्री स्मार्ट सिटी कानपुर सिटी को बनाने के लिए ठोस पहल की जाएगी। इस हेतु मंत्री को बताया गया की कानपुर को एक आदर्श जिला के रूप में एस्टेब्लिश करके हम पूरे देश को एक बेहतर संदेश दे सकते हैं। जहरीली शराब से होने वाली मौतों से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए एक स्मारिका अमृत ज्योति संकल्प कुंभ भी निकाली जाएगी। परिचर्चा में अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने इस अवसर पर मंत्री नितिन अग्रवाल को पगड़ी एवं अंग वस्त्र पहनाकर छत्रपति संभाजी महाराज सोशल सर्विस एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया। अपने संबोधन में ज्योति बाबा ने कहा कि आज भारत के बचपन को नशा, प्रदूषण, कुपोषण, हिंसा, प्ला स्टिक और बाल बंधुवा मजदूरी से बचाने के लिए प्रत्येक जागरूक नागरिक को आगे आना ही होगा। मंत्री जी को यह भी बताया कि 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर भी हम कानपुर में एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं।
इस मौके पर हिंदू जागरण मंच के प्रांत प्रमुख पीयूष रंजन मिश्रा सनातनी ने कहा की बच्चों के बचपन को नशे के रोग से ना बचाया गया तो स्वस्थ भारत का संकल्प हम पूरा नहीं कर सकते हैं।
हिंदू जागरण मंच उत्तर के अध्यक्ष अमित सिंह रोबिन ने जोर देकर कहा कि देश के युवाओं को नशे के रोग से बचाकर ही हम भारत को विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा कर सकते हैं। पूर्वी के अध्यक्ष डॉ रमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चों को खेल-खेल में क्रिएटिव कार्यक्रमों के द्वारा नशा मुक्त जीवन जीने का संदेश बहुत इफेक्टिव तरीके से दिया जा सकता है। इस हेतु ज्योति बाबा का जॉय इन लाइफ प्रोग्राम बहुत सशक्त माध्यम रहेगा। प्रसिद्ध सोशल एक्टिविस्ट गीता ने कहा कि अब तो लड़कियों में नशे का प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा हो रहा है जो परिवार नामक संस्कृति को विखंडित कर देगा। अंत में मंत्री जी ने सभी के उत्कृष्ट विचारों को सुनने के बाद अपनी सहर्ष सहमति खुले मन से प्रदान की। अन्य प्रमुख पवन शर्मा, राजेश विश्वकर्मा इत्यादि थे।