राजेंद्र केसरवानी
कानपुर। रेलबाजार थाना क्षेत्र में चोरों ने ऐसा कहर बरपाया है कि इलाके में दहशत का माहौल छा गया है! महज 12 घंटे के अंदर तीन सनसनीखेज चोरियों ने न केवल स्थानीय लोगों को सहमा दिया है, बल्कि थानाध्यक्ष बहादुर सिंह की बहादुरी को भी खुली चुनौती दे दी है। चोरों की बेखौफ हरकतों ने पुलिस की रात की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
मामला नंबर 1: मंदिर का घंटा चोरी, आस्था पर चोट पहली घटना ने इलाके के लोगों की आस्था को झकझोर दिया। रेलबाजार के एक प्राचीन मंदिर से चोरों ने रात के अंधेरे में पवित्र घंटा चुरा लिया। मंदिर के पुजारी और श्रद्धालुओं में इस घटना से गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि चोरों ने न केवल मंदिर की संपत्ति को निशाना बनाया, बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है।
मामला नंबर 2: दूसरी वारदात में चोरों ने स्थानीय निवासी मनीष के इलेक्ट्रॉनिक ऑटो के चार्जर पर हाथ साफ कर दिया। मनीष, जो अपने ऑटो से परिवार का गुजारा चलाते हैं, इस चोरी से बुरी तरह परेशान हैं। उनका कहना है, “यह चार्जर मेरे रोजगार का आधार था। चोरों ने मेरा नुकसान तो किया ही, अब ऑटो चलाने में भी दिक्कत हो रही है।
मामला नंबर 3: तीसरी और सबसे चौंकाने वाली घटना दिन के उजाले में हुई, जब बेखौफ चोरों ने एक कबाड़ से लदी ट्रॉली से इलेक्ट्रॉनिक काटा चुरा लिया। यह वारदात इतनी साहसिक थी कि स्थानीय लोग अब दिन में भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कबाड़ी भूरे ने बताया, “दिनदहाड़े चोरी होना दिखाता है कि चोरों में पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है।
इन सनसनीखेज चोरियों ने रेलबाजार थाने के थानाध्यक्ष बहादुर सिंह के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या वे चोरों के इस आतंक को रोक पाएंगे और इलाके में शांति बहाल कर पाएंगे? जनता की निगाहें अब पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि पुलिस सुरक्षा की सख्त मांग है कि इलाके में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की जरूरत और चोरों की जल्द गिरफ्तारी की अपील रेलबाजार में चोरों का यह बेखौफ तांडव कब थमेगा? क्या थानाध्यक्ष बहादुर सिंह अपनी बहादुरी का लोहा मनवाने में कामयाब होंगे? यह सवाल हर किसी के जेहन में है। फिलहाल, इलाके में तनाव और डर का माहौल कायम है।