
बिहार में लंबे समय से जेडीयू और आरजेडी के बीच जारी खींचतान यानी सियासी नाटक का आखिरकार पटाक्षेप हो गया. नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है. आरजेडी और जेडीयू अब साथ नहीं हैं. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. नीतीश ने राज्यपाल को बीजेपी का समर्थन पत्र भी सौंपा है. नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात करके इस्तीफा दे दिया. राजभवन से लौटने के बाद उन्होंने अपने इस फैसले की वजह भी बताई है. उन्होंने कहा क्या कुछ कहा मीडिया से आइए बताते हैं.
नीतीश के इस्तीफे की वजह
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने इस्तीफा दे दिया. आज हमने इस्तीफा दे दिया. समझ गए ना. और जो सरकार थी उसको भी समाप्त कर दिया. ऐसा इसलिए किया क्योंकि वहां बहुत कुछ चल रहा था. इसलिए हमने सरकार को समाप्त कर दिया. वहां भी लोग परेशान थे. यहां भी. अभी हम जो पहले गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए थे. डेढ़ साल से तो वहां आकर भी स्थिति हमें ठीक नहीं लगी. हालात ऐसे बने की सरकार को ही खत्म करना पड़ा. वहां स्थिति ठीक नहीं थी तभी इस्तीफा दिया. हमने नया गठबंधन बनाया था, लेकिन वहां वे लोग कुछ कर नहीं रहे थे. इसलिए मैंने सबकी बात सुनी और तभी साथ छोड़ दिया.’
17 महीने में क्या हुआ?
नीतीश कुमार पत्रकारों के पास पांच मिनट भी नहीं रुके. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘यहां दावा किया जाता था कि जो मेहनत कर रहे हैं उसका फायदा नहीं मिल रहा है. इसलिए हम अलग हो गएं. ऐसे में आज जो पार्टियां पहले हमारे साथ थीं. वो अगर कुछ तय करेंगी तो वो भी आपको पता चल जाएगा. याद कीजिए उधर बहुत कुछ कहा जा रहा था. हम बीच में कुछ नहीं बोल रहे थे. चारों तरफ की बात थी. हम कितना काम कर रहे थे. गठबंधन में सबकुछ सही नहीं चल रहा था. हम नेशनल लेवल पर अलांयस करवा रहे थे. लगातार काम कर रहे थे. लेकिन कुछ लोगों ने काम छोड़ दिया था. उस खेमे में सीएम पद को लेकर कई बातें की जा रही थीं. इसलिए हमने सीएम पद छोड़ दिया. गठबंधन में स्थिति ठीक नहीं थी. अब सब ठीक हो जाएगा.’