कबूतर प्रेमियों को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है। उन्हें दाना खिलाने पर FIR के आदेश पर रोक से इनकार किया गया है।
इस बीच सवाल उठने लगे हैं कि क्या इंसानों के आसपास कबूतरों का होना खतरनाक है? क्या उनके बीट से संक्रमण होता है? क्या ये जानलेवा साबित हो सकता है? चलिए इन सवालों से जुड़े जवाब बताते हैं।
दरअसल, बहुत से लोग अपने छत या घर की बालकनी में कबूतरों को दाना डालते हैं। लेकिन कबूतरों की सूखी बीट (मल) इंसानों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बना सकता है।
कबूतर का बीट दिखने में बेहद सामान्य लगता है। डॉक्टर्स के मुताबिक, इसमें खतरनाक बैक्टीरिया और फंगस हो सकते हैं। इनमें क्रिप्टोकोकस, हिस्टोप्लास्मोसिस और क्लैमाइडिया सीटासी जैसे जीव शामिल हैं।
सूखी बीट हवा में उड़ने के दौरान इसमें मौजूद फंगल स्पोर्स सांस के जरिये हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। इस वजह से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
कबूतर की बीट से फेफड़ों और दिमाग की झिल्ली में सूजन और सिटाकोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। बता दें कि सिटाकोसिस एक फ्लू जैसी बीमारी है जिसमें तेज बुखार, सिर दर्द और सांस लेने में तकलीफ होती है।
कबूतर की बीट में साल्मोनेला बैक्टीरिया होता है जो दस्त और पेट से जुड़ी दिक्कतों की वजह बन सकता है।
कबूतरों की बीट से बीमार होने का ज्यादा खतरा कमजोर इम्यूनिटी वालों पर होता है। इनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग, अस्थमा या फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे लोग शामिल हैं।
इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। BPS NEWS आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।