संसद में वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद बीजेपी शासित राज्य वक्फ की अवैध संपत्तियों को लेकर एक्शन में आ गए हैं. यूपी की योगी सरकार और उत्तराखण्ड की धामी सरकार ने तो मोर्चा खोल दिया है. दोनों ही सरकारों ने प्लान तैयार कर लिया है और मुख्यमंत्री एक्शन में नजर आ रहे हैं.
वहीं उत्तराखंड की धामी सरकार ने भी वक्फ की अवैध संपत्तियों को लेकर बड़ी तैयारी कर ली है. उत्तराखण्ड में वक्फ की 5388 संपत्तियां हैं. इनमें से 2147 संपत्तियां ही रजिस्टर्ड हैं. बाकी 3241 संपत्तियां रजिस्टर्ड नहीं हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कह दिया है कि सूबे में वक्फ बोर्ड की जमीनों की जांच कराई जाएगी. जो भी अवैध होंगी उन्हें जब्त कर जनहित के कामों में लाया जाएगा. साफ है कि यूपी और उत्तराखण्ड में वक्फ की जमीनखोरी के दिन अब बस लदने ही वाले हैं.
इसी बीच वक्फ के दावों की एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है यूपी के अलीगढ़ से. अलीगढ़ में हिंदू आस्था से जुड़े एक बड़े इलाके को वक्फ ने कब्रिस्तान बताकर उस पर अपना दावा ठोक दिया. वक्फ के झूठ और साजिश का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जिस जमीन पर वक्फ ने दावा ठोका. उस पर पचास से ज्यादा हिंदू मंदिर हैं. कई मंदिरों का इतिहास तो सदियों पुराना है. वक्फ के दावे के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. शुरूआती जांच में ये पूरी ज़मीन सरकारी निकली. जिस पर अब कार्रवाई होगी.
आबादी हिंदुओं की, आस्था सनातन की. लेकिन इन पर भी वक्फ की काली नजर पड़ गई. अलीगढ़ के अचल तालाब क्षेत्र में प्राचीन शिव मंदिर है. तकरीबन 50 से अधिक मंदिर हैं. सदियों पुराना तालाब है लेकिन इस पूरे क्षेत्र को वक्फ बोर्ड ने अपनी संपत्ति बता दिया.
अलीगढ़ का ये पूरा इलाका घनी हिंदू आबादी वाला क्षेत्र है. यहां बना अचल सरोवर का पौराणिक इतिहास बताया जाता है. इस पूरे इलाके का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा बताया जाता है. लेकिन वक्फ के रिकॉर्ड में यह कब्रिस्तान में दर्ज है. हिंदू बाहुल्य इलाका होने पर भी कब्रिस्तान में कैसे दर्ज हो गया, इस बात से सभी लोग हैरान हैं.
मंदिर के पुजारी महंत कौशलनाथ बताते हैं, सालों पुराना मंदिर वक्फ के समय से भी पहले का है. इसके बावजूद उन्होंने डीएम आवास से लेकर पूरा अलीगढ़ अपना बना दिया है.
संसद में वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद वक्फ के दावों से जुड़े दस्तावेंजों की जांच शुरू हो चुकी है… वक्फ बोर्ड के इस रिकार्ड की जांच भी प्रशासन की तरफ से की गई. अलीगढ़ के डीएम पंकज कुमार ने बताया कि अलीगढ़ में 1,768 वक्फ संपत्तियों की जांच हुई. जिसमें 1,216 संपत्तियां सरकारी मिलीं. कोल तहसील में 632 वक्फ संपत्तियों की जांच हुई. जिसमें 245 संपत्तियों के सरकारी ज़मीन पर होने की बात सामने आई.
अलीगढ़ में हिंदुओं की जमीन को कब्रिस्तान की जमीन बताने वाले वक्फ अधिकारियों से ज़ी न्यूज ने भी दावे के कागजात मांगे. लेकिन वक्फ के दावों को लेकर कोई भी सामने नहीं आया. वक्फ के दावों पर प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी है. जिसके आधार पर अब आगे की कार्रवाई होगी.
वहीं संसद में वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद सीएम योगी ने भी साफ कर दिया कि अब वक्फ की मनमानी नहीं चलेगी. किसी बोर्ड के नाम पर लूट नहीं होगी. यूपी में भी लाखों एकड़ भूमि पर अवैध तरीके से हुए वक्फ के कब्जे पर कार्रवाई होगी और लूट पर लगाम लगेगी…