भावनानी के भाव – चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा

लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
अगर घर के हेड हो, जवाबदार हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
पति पत्नी बजुर्ग बच्चों की सेवा करते हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
अगर समाज में हेड हो काम करते हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
अगर दुकानदार हो ईमानदारी से करते हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
सर्विस में हो भरपूर सेवा करते हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
मठ मंदिर गुरुद्वारे मस्ज़िद में सेवा करते हो।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
सच्चाई, ईमानदारी मेहनतगिरी भरी हैं।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
संतुष्टी, समग्रता, सम्मपनता, पाना है।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा।।
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा
चार बातें तो सुनना ही पड़ेगा

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