
धर्म का तड़का हमेशा उत्तर प्रदेश की राजनीति में लगता रहा है। समाजवादी सरकार के समय अपने कोर मुस्लिम वोटरों की सियासत को पालने-पोसने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के द्वारा रमजान के दौरान सरकारी खर्चे पर इफ्तार पार्टी कराई जाती थी तो योगी सरकार कोर हिन्दू वोटरों को खुश करने के लिए नवरात्रि में दुर्गाशप्तशती और भगवान श्रीराम के जन्मदिन रामनवमी पर अखंड रामायण का पाठ कराने जा रही है। इस दौरान पूरे प्रदेश में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।
आदेश में कहा गया है कि जिले के जिन मंदिरों में ये सरकारी आयोजन होंगे, उनका नाम पता और अन्य जानकारियां जिला प्रशासन को जुटानी होगी। आयोजन के फोटो और वीडियो भी संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर डाले जाएंगे। नवरात्रि के दौारान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा होती है। इस दौरान प्रदेश के देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में दुर्गा सप्तशती का पाठ, देवी गायन, देवी जागरण, झांकियों व अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में विशेष अभियान चलाकर महिलाओं व बालिकाओं की सहभागिता की योजना है। इसके लिए जिला, तहसील व विकास खंड स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। सरकार इन आयोजनों के लिए हर जिले को एक-एक लाख रुपये उपलब्ध करा रही है। इन कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग्स लगाए जाएंगे। इसे सोशल मीडिया पर भी प्रचारित किया जाएगा।
प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने जिले में चयनित देवी मंदिर व शक्तिपीठों में कार्यक्रम के लिए कलाकारों का चयन कर लें। उन्होंने इन आयोजनों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। नवरात्रि के दौरान साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश, ध्वनि आदि की बेहतर व्यवस्था का खास ध्यान रखने को कहा गया है। इसी के साथ ये भी जानकारी सामने आ रही है कि कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक गतिविधियों में कलाकार पेशकश देंगे। इस के लिए जो भी खर्च आएगा, उसका भुगतान सरकार करेगी और इसलिए विभाग ने एक-एक लाख रुपये का प्रावधान किया है। राज्य स्तर पर पूरे कार्यक्रम के लिए दो नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। इन पर कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन का जिम्मा रहेगा।