- शिक्षा देना मानवता की सर्वोच्च सेवा है: अरुण पाठक
कानपुर। शिक्षक दिवस के अवसर पर जनपद स्तरीय मुख्य कार्यक्रम का आयोजन सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में हुआ। मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक ने 57 शिक्षकों को सम्मानित किया। इस दौरान लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में आयोजित प्रदेश स्तरीय समारोह का सीधा प्रसारण भी किया गया।
एमएलसी अरुण पाठक ने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों में शिक्षकों की अथक मेहनत से प्रदेश में शिक्षा का स्तर काफी सुधरा है। बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक लगातार नवाचार कर बच्चों के भविष्य को सँवारने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा देना मानवता की सर्वोच्च सेवा है, शिक्षक सृजनकर्ता है और सही मायनों में राष्ट्र के भविष्य की दिशा तय करता है।
डीआईओएस संतोष राय ने कहा कि शिक्षक समाज की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वे न केवल शिक्षा का स्तर ऊँचा करते हैं बल्कि बच्चों में संस्कार और नैतिक मूल्यों का भी संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि जनपद के शिक्षक लगातार उत्कृष्ट कार्य कर नई ऊँचाइयाँ छू रहे हैं।
सम्मानित शिक्षकों में माध्यमिक विद्यालयों से रामरानी पालीवाल, प्रशांत कुमार अग्निहोत्री, ममता देवी, अभय कुमार त्रिपाठी, वाचस्पति शास्त्री, सुधा उत्तम, शालिनी पांडेय, सुनील कुमार दुबे, वनीता मल्होत्रा, बृजमोहन कुमार सिंह और पूजा अवस्थी शामिल रहे।
बेसिक शिक्षा विद्यालयों से जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें ज्ञानेंद्र कुमार, मनोज कुमार, आलोक सिंह, राकेश पाल, सीमा कुमारी, ममता कटियार, निधि कटियार, वेद प्रकाश, नवीन श्रीवास्तव, डॉ. देव नारायण, कविता सिंह, मोहम्मद हनीफ, पूनम दुबे, सियाराम यादव, सीमा ज्ञान, रंजीता वर्मा, राहत जहां, देवेश मिश्रा, अजय कुमार सविता, वैश मोहम्मद, आशीष उमराव, बबीता सिंह, जितेंद्र सचान, नसरे आलम, रंजना कनौजिया, सोनी कमल, सुशील कुमार त्रिपाठी, अमित मिश्रा, रजनीश सचान, पिंकी शर्मा, निशा पाल, शहनाज, रेनू अवस्थी, कामायनी शर्मा, मोहिनी, वेदनारायण त्रिपाठी, सुमन, कौशलेंद्र चंद्र, तृप्ति मिश्रा, विजय भद्र, सुनीता, मनीष कुमार, गरिमा सचान और राकेश कुमार प्रमुख रहे।
कार्यक्रम के अंत में बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया और संचालन राजेश यादव ने किया। इस मौके पर एडीआईओएस प्रशांत द्विवेदी सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।