बुलडोजर सिर्फ यूपी में ही नहीं एमपी में भी घूम रहा है. एमपी की मोहन यादव सरकार ने उज्जैन में कुंभ के लिये मदीना मोहल्ले पर बुलडोजर चला दिया. 90 से ज्यादा मकान-दुकान तोड़ने के लिये 8 बुलडोजर लगाये गए. कल यानी पहले दिन 60 इमारतें तोड़ी गईं. आज बाकी बचे घरों को निपटाने का काम चला. मदीना मोहल्ले पर बुलडोजर चलने की वजह सुनेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे. असल में इस मोहल्ले को बनाने के लिये कब्रिस्तान की जमीन पर भी कब्जा कर लिया गया.
उज्जैन के सिंहस्थ क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन मदीना मोहल्ले का अतिक्रमण ध्वस्त कर रहा है. टारगेट पर 90 से ज्यादा मकान और दुकानें हैं. मोहन यादव सरकार के 8 से ज्यादा बुलडोजर लगे हुए हैं. सैंकड़ों पुलिसवाले मौजूद हैं. हैरानी की बात है कि मदीना मोहल्ले के लोगों ने घर बनाने के लिये सरकारी कब्रिस्तान की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर लिया था.
उज्जैन की एसडीएम एस एन गर्ग ने बताया कि सिंहस्थ क्षेत्र होने की वजह से यहां की जमीन बेशकीमती है. कुछ नगर निगम की सरकारी कब्रिस्तान की जमीन है, जिस पर लोगों ने अवैध कब्जा कर घर बना लिए थे. अब उस कब्जे को हटाने की कार्रवाई हो रही है.
कब्रिस्तान की जमीन पर बना डाले घर
वहीं बुलडोजर एक-एक करके कई मंजिला ऊंची इमारतों को मिट्ट्री में मिला रहा है..48 घंटों की कार्रवाई में सिंहस्थ क्षेत्र का अतिक्रमण और कब्रिस्तान की जमीन दोनों खाली करवाई जा रही हैं. कब्रिस्तान की जमीन पर 51 अवैध मकान बने हुए हैं..
करीब 3 हेक्टेयर जमीन को खाली कराया गया है. जिसकी कीमत तीन-चार सौ करोड़ रुपये बताई जा रही है. प्रशासन का दावा है कि 2021 से अब तक कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद इस इलाके को खाली नहीं किया गया. इसलिए इस बार पुलिस की टीम के साथ मिलकर नगर निगम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
उज्जैन में 2028 में होना है सिंहस्थ मेला
हालांकि पुलिस मौके पर मौजूद थी, इसलिए अतिक्रमण करने वाले विरोध नहीं कर पाए. 2028 में सिंहस्थ मेला होने वाला है, जिसके लिए उज्जैन में तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. इस जमीन पर सिंहस्थ मेले के दौरान बड़े-बड़े कैंप लगाए जाएंगे.