कानपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। मामला लिव-इन रिलेशनशिप, धोखा और हत्या से जुड़ा है। कानपुर देहात के सुजनीपुर गांव की रहने वाली 20 वर्षीय आकांक्षा उर्फ माही एक रेस्टोरेंट में नौकरी करती थी। इंस्टाग्राम पर उसकी पहचान फतेहपुर जिले के हरीखेड़ा गांव निवासी सूरज उत्तम से हुई।
दोस्ती जल्द ही रिश्ते में बदल गई और करीब तीन महीने पहले दोनों ने हनुमंत विहार क्षेत्र में किराए का मकान लेकर साथ रहना शुरू कर दिया। सूरज के कहने पर आकांक्षा ने नौकरी भी बदल ली। रिश्ते में सबकुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद आकांक्षा को पता चला कि सूरज दूसरी लड़की से भी नजदीकियां बढ़ा रहा है।
21 जुलाई की रात इसी बात पर दोनों की बीच जमकर झगड़ा हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में सूरज ने आकांक्षा का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सूरज ने अपने दोस्त आशीष को बुलाया। दोनों ने मिलकर आकांक्षा के शव को एक सूटकेस में डाला और बाइक से करीब 100 किलोमीटर दूर ले जाकर चिल्ला पुल से यमुना नदी में फेंक दिया।
वारदात के बाद पकड़े जाने के डर से सूरज लगातार आकांक्षा के मोबाइल से उसके घरवालों को मैसेज करता रहा, ताकि उन्हें शक न हो। यहां तक कि उसने मोबाइल फोन को ट्रेन में छोड़कर पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की। लंबे समय तक बेटी से बातचीत न होने पर परिवार ने पुलिस का सहारा लिया।
सबूतों के आधार पर पुलिस ने सूरज से कड़ी पूछताछ की, जिसके बाद उसने हत्या की वारदात स्वीकार कर ली। फिलहाल पुलिस ने सूरज और उसके सहयोगी आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि, मृतका का शव अब तक बरामद नहीं हो सका है। पुलिस यमुना नदी में लगातार तलाश जारी रखे हुए है।