कानपुर। सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र में एक दबंग जिला प्रशासन पर भारी पड़ते हुए उन्हें खुली चुनौती दे रहा है। दबंग ने पहले एक दिव्यांग दम्पति का प्लाट कब्जा कर लिया। महिला ने जब समाधान दिवस पर जिलाधिकारी से शिकायत की तो उन्होंने पूरी प्रशासनिक टीम को दिव्यांग दम्पति को कब्जा दिलाने भेज दिया। प्रशासनिक टीम ने नापजोख करके कब्जा दिला दिया और दम्पति ने वहां पिलर भी खड़े कर लिया, लेकिन दबंगों ने जिला प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए रात में पिलर गिरा दिये और सरिया व अन्य सामान भी चोरी कर लिया। पीड़ित दम्पति ने थाने में तहरीर दी है। बर्रा थाना क्षेत्र के कर्रही निवासी आदित्य और उनकी पत्नी मिथलेश दिव्यांग हैं।
मिथलेश ने बताया कि उन्होंने सेन पश्चिम पारा में राम सजीवन से 245 वर्गगज के एक प्लाट वर्ष 2018 में खरीदा था। प्लाट की रजिस्ट्री और कब्जा लेने के बाद उन्होंने प्लाट पर ईंट लगवा दी थीं। बाद में दबंग रामसजीवन ने उक्त प्लाट एक बिल्डर को देने के लिए कब्जा कर लिया। विरोध करने पर रामसजीवन ने उसे पति संग समझौते के लिए बुलाया और अपने पुत्र अजय कुमार, दोस्त मुस्लिम शाह व दस पन्द्रह अज्ञात लोगों के साथ उन्हें बंधक बना लिया और तमंचा लगाकर जबरन स्टाम्प पेपर पर पति से हस्ताक्षर करा लिये। वह थाने गयी, लेकिन सुनवायी नहीं हुई। एक साल बाद वह फिर प्लाट पर गयी तो दबंगों ने उससे अश्लील हरकत कीं और उन्हें मारने के लिए दौड़ा लिया। पीड़िता ने बताया कि थाने में सुनवायी न होने पर उसने 20 सितम्बर 25 को समाधान दिवस पर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया।
इस पर जिलाधिकारी ने उनके साथ कानूनगो, नयाब तहसीलदार और लेखपाल की टीम भेजकर उन्हें प्लाट पर कब्जा दिलाया। कब्जा मिलने पर उसने प्लाट पर पिलर लगा दिये। रात में दबंगों ने पिलर गिरा दिये और उसमें लगी सरिया और निर्माण के लिए लायी गयी बीस बोरी सीमेन्ट चोरी कर ली। वह सुबह जब प्लाट निर्माण करने गयी तो उसे मामले की जानकारी हुई। उसने डायल 112 बुलायी तो दबंगों ने पुलिस के सामने गाली-गलौज की, जिसके बाद पुलिस ने काम रुकवा दिया। सेन पश्चिम पारा पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है दोनों पक्षों को कागजात के साथ बुलाया गया है।