कानपुर। राजे नगर, अर्रा बिनगवाॅ गल्ला मंडी नौबस्ता स्थित जय भारत हायर सेकेंडरी स्कूल मे वार्षिक उत्सव – तरंग 2025 धूमधाम से मनाया गया। स्कूल संचालक सत्येंद्र तिवारी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी तरंग 2024 वार्षिकोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय पार्षद सतीश यादव मौजूद रहे, जिनका माला पहनकर स्वागत किया गया। पार्षद सतीश यादव ने मंच से 3 महीने के अंदर स्कूल के पास की सड़क को बनवाने का आश्वासन कार्यक्रम में आए हुए लोगों को दिया। विशिष्ट अतिथि अनिल त्रिपाठी ने बच्चों द्वारा किए गए मंचन की भूरि भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम में छोटे और बड़े बच्चों ने नृत्य, नाटक, कवि सम्मेलन, देश भक्ति पर संदेश, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे शीर्षक का मंचन कर दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में बच्चों ने जुलम कर डारो सितम कर डारो, रंगीलो मारो ढोलना तेरी मिट्टी में मिल जावां जैसे गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वही विद्यालय के छात्र प्रिंस, प्रिंसी ने कृष्ण गीत गोरे-गोरे गालों पे काला-काला तिल है, उसी पे कन्हैया का आ गया दिल है पर नृत्य प्रस्तुत किया। दर्शकों ने भी ताली बजाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। शिव तांडव भोले की मस्ती में डूबे हैं सारे, मेरे भोले डमरू वाले, चाहे पीसो ना मेरी भंगिया ना कोई काम करो पर स्कूल के बड़े बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। बच्चों ने इंटरनेशनल स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में क्या अंतर है नाटक का मंचन कर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। नाटक में दिखाया गया कि इंटरनेशनल स्कूल में फीस देते देते अभिभावक और बच्चों की किडनिया तक बिक जाती हैं।
कार्यक्रम के अंत में सवा रुपइया लुंगी दही तोहे तब दूंगी राधा कृष्ण द्वारा अभिभावकों संग फूलों की होली खेली गई। इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में हिमांशी, अंश, आकाश, आयुष, शिवा, युवराज, गोपाल, सूरज, उदयभान, तान्या, तनीषा, सृष्टि, खुशी, दिव्यांशी, आख्या, प्रिंस साहू, प्रिंसी साहू, आशीष, अभिनव, अवन्या, ज्योति, अंशिका, प्राची, प्रांसी, सूरज केसरी, अंश भारती, साक्षी, हर्ष, अंश तिवारी, हिमांशु, आकाश केसरी, अनुभव, श्रेया, संतोषी, रागिनी, अंशिका, इशिका, लवी, पवन, काव्या, वैष्णवी आदि बच्चों ने मुख्य रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में भाग ले रहे बच्चों को मेकअप कर तैयार करने वाली टीचरों में मुख्य रूप से साक्षी, दिव्या, कृतिका, वंदना, कोमल आदि रही।