उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने धनतेरस और दीपावली के त्योहार को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए हैं और अयोध्या में विशेष सतर्कता बरतने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार अयोध्या में आठवें दीपोत्सव के तहत सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीप प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारियों के बीच रामलला के मंदिर में इस बार एक विशेष तरह के दीप जलाने की योजना है.
इसके साथ ही डीजीपी ने जनता को त्योहारों की शुभकामनाएं देते हुए सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि लोग सोशल मीडिया पर भी संयम बनाए रखें क्योंकि
सभी सोशल मीडिया साइट्स की सघन निगरानी हो रही है. ऐसे में किसी भी प्रकार के भ्रामक पोस्ट का तत्काल खंडन करते हुये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस संदर्भ में भी निर्देश जारी हो चुके हैं.
डीजीपी मुख्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार प्रशांत कुमार ने त्योहारों के संबंध में सभी क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक प्रभारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बैठक की और चाक चौबंद सुरक्षा के निर्देश दिये.
डीजीपी ने अयोध्या के सभी धर्मशालाओं, होटल, ढाबों आदि पर सतर्क दृष्टि बनाए रखने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि संदिग्ध व्यक्तियों और सभी प्रमुख स्थानों की सघन जांच सुनिश्चित की जाये. महत्वपूर्ण स्थलों पर नाकेबंदी की व्यवस्था 24 घंटे रखी जाए तथा जिले के प्रमुख मार्गों पर सुगम यातायात के लिए पार्किंग आदि चिह्नित करते हुए समुचित प्रबंध किया जाए.
उन्होंने सरयू नदी के प्रवाह मार्ग पर भी सतर्क दृष्टि रखने तथा सरयू नदी में गश्त के लिए समुचित व्यवस्था के निर्देश दिये हैं. कुमार ने स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क रहने तथा इसके माध्यम से प्राप्त होने वाली सूचनाओं के आधार पर समय रहते प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
डीजीपी ने कहा कि विस्फोटक पदार्थ, पटाखा बिक्री के लाइसेंस धारकों की सूची थानावार तैयार की जाए और विस्फोटक पदार्थों की निर्माण इकाइयों की आकस्मिक जांच उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी तथा अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के साथ की जाए. कुमार ने कहा कि पटाखों का भंडारण तथा बिक्री आबादी वाले क्षेत्रों से दूर हो, यह सुनिश्चित किया जाए तथा पर्याप्त संख्या में अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था की जाए.
डीजीपी ने कहा कि किसी नई परंपरा की अनुमति न दी जाये. असामाजिक और अवांछनीय तत्वों की सूची तैयार कर इन पर विशेष निगरानी रखी जाए तथा आवश्यकतानुसार ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. कुमार ने बताया कि सभी जिलों के समस्त धार्मिक स्थलों के आसपास सुबह सघन जांच की जाये.
कुमार ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि CCTV कैमरे चालू हालत में हों और महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाए. धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन, भैयादूज आदि के संदर्भ में सुदृढ़ सुरक्षा/कानून व्यवस्था का उल्लेख करते हुए डीजीपी ने कहा कि इन त्योहारों पर सर्राफा बाजारों तथा अन्य बाजारों में काफी भीड़-भाड़ होती है, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं तथा पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं.
कुमार ने छोटी-छोटी सूचनाओं को भी गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों तथा थाना प्रभारियों को मौके पर पहुंच कर विवाद का हल कराने की जिम्मेदारी सौंपी है.