
लोनी: कई दिन पूर्व एक दबंग द्वारा जमालपुरा निवासी एक इमरान पुत्र नूर मो0 नामक युवक को लाठी डंडे से बुरी तरह पीट पीटकर घायल कर दिया गया था। जिसको पैरो मे इतनी गंभीर चोटे थी कि पीड़ित ना केवल दर्द से कराह रहा था बल्कि अपने पैरो पर सहारा भी नहीं ले पा रहा था। थाने में तहरीर के बाद पीड़ित को पुलिस द्वारा उपचार के लिए भेज दिया गया।पीड़ित के परिजन उपचार एवम मेडिकल जांच के लिए लोनी 2 नंबर स्थित सरकारी अस्पताल ले गए।

अस्पताल में डॉक्टर से पीड़ित परिवार ने काफी आग्रह किया कि डॉक्टर साहब इसका एक्सरा करा ले लगता है इसकी हड्डी टूटी है। डॉक्टर ने एक ना सुनी। परिजन का आरोप है कि इतने में वहां मौजूद एक अन्य कर्मी द्वारा कहा गया कि खर्चापानी कर लो एक्सरा हो जायेगा। रिपोर्ट ठीक बनेगी जैसा दाम वैसा काम। पीड़ित परिवार ने बात अनसुनी कर दी। नतीजा एक्सरा नही कराया गया। अगले दिन जब पीड़ित को पीड़ा बढ़ी तो प्राइवेट में स्वेच्छा से एक्सरा कराया तो हड्डी टूटी हुई मिली। अब पुलिस और डॉक्टरी जांच के बीच समय और नियम का मामला आ गया। पुलिस दोबारा जांच के लिए नही लिख सकती। डॉक्टर दोबारा रिपोर्ट नही दे सकता।
इसे अमानवीयता कहे या हर मामले मे घूसखोरी की नियत के दुष्परिणाम। नतीजा हर मामले में पीड़ित को और पीड़ा। क्या होता जा रहा है हमारे देश के सिस्टम में कुछ लोग सारे विभाग को गंदा करने पर तुले हैं। डॉक्टर को हमारे देश में भगवान का रूप दिया जाता है। मगर इस पेशे में भी ऐसा अन्याय हो रहा है। अब दोषी कौन रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टर या ये माना जाए कि चायपानी का इशारा करने वाले कर्मी ये तो भगवान जाने। मगर जो भी अमानवीयता का खेल रहे हैं ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को इस इस और ध्यान आकर्षित करना चाहिए।