ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए ये जादुई फूल हैं बेहद असरदार, डायबिटीज में ऐसे करें इस्तेमाल

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, या आपके घर में कोई व्यक्ति शुगर का मरीज है, तो आप डायबिटीज और ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए दवाओं के अलावा कुछ नैचुरल घरेलू उपाय भी आजमा सकते हैं। यह डायबिटीज के कई असरदार और नैचुरल घरेलू उपाय हैं। क्या आप जानते हैं कि सदाबहार का पौधा भी डायबिटीज के मरीजों के लिए औषधि के रूप में काम करता है। NCBI पर प्रकाशित के अध्ययन के मुताबिक सदाबहार के पत्तों में ब्लड शुगर कम करने की ताकत होती है।

वहीं वैज्ञानिकों का मानना है कि सदाबहार के पौधे का इस्तेमाल डायबिटीज के इलाज के लिए एक औषधि के रूप में किया जाता है। सदाबहार के पत्तों का रस या काढ़ा डायबिटीज के इलाज में फायदेमंद होता है। शोधकर्ताओं ने डायबिटिक खरगोशों अपना रिसर्च किया था। जिसमें सामने आया कि इस औषधीय पौधे की हाइपोग्लाइसेमिक एक्टिविटी ने खरगोशों में ब्लड शुगर को कम कर दिया। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि सदाबहार क्या होता है और यह डायबिटीज की बीमारी में किस तरह से काम करता है।

आपको कहीं भी सदाबहार का पौधा दिख सकता है। बता दें कि इस पौधे पर सफेद, लाल और गुलाबी रंग के फूल आते हैं। इस पौधे को अंग्रेजी में Catharanthus roseus कहते हैं। यह एक ऐसा पौधा है जिसका इस्तेमाल औषधीय रूप के अलावा सजावट के रूप में भी किया जाता है। टाइप-2 डायबिटीज के इलाज के लिए इस पौधे की हरे रंग की पत्तियों का इस्तेमाल प्राकृतिक औषधि के रूप में किया जाता है।

शोधकर्ताओं ने ब्लड शुगर पर सदाबहार का प्रभाव जानने के लिए डायबिटिक खरगोशों पर इसका अध्ययन किया गया। इस दौरान  सदाबहार की पत्तियों का रस खरगोशों को पीने को दिया। जिसके बाद पाया गया कि खरगोशों में 16 से 31.9 फीसदी तक  ब्लड शुगर लेवल कम हो गया था। शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि सदाबहार के पौधे में एंटीडायबिटिक एक्टिविटी पाई जाती है। जिसके कारण यह ब्लड शुगर को कम करने में मददगार है। साथ ही यह कई रोगों से बचाव में भी सहायक है।

आयुर्वेद क्लिनिक डायरेक्टर डॉक्टर कपिल त्यागी ने सदाबहार के इस्तेमाल के तीन तरीके बताए हैं।

सदाबहार के पत्तों को सूखाकर इसका पाउडर बना कर रख लें। फिर प्रतिदिन फलों के जूस में इस पाउडर को 1 चम्मच मिलाकर इसका सेवन करें

आप ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए हर रोज सदाबहार के तीन पत्ते चबा सकते हैं।

इसके अलावा सदाबहार के फूलों को पानी में उबालकर भी सुबह खाली पेट पी सकते हैं।

आयुर्वेद और चीनी दवाओं में सदाबहार का लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। मलेरिया, गले में खराश, डायबिटीज और ल्यूकेमिया जैसी स्थितियों को कंट्रोल करने के लिए भी सदाबहार का इस्तेमाल किया जाता है।

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए सदाबहार के इस उपाय को आजमाना चाहते हैं, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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