कानपुर। नवरात्रि/दशहरा पर्व को देखते हुवे मिलावटी खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान व्रत की मिठाइयाँ, दुग्ध उत्पाद, घी, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, सूखे मेवे एवं अन्य फलाहार की शुद्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ हानिकारक रसायनों से पकाए गए केले एवं अन्य फलों के भंडारण एवं विक्रय को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से कार्यवाही की गयी है।

सहायक आयुक्त (खाद्य)-11 संजय प्रताप सिंह के निर्देशन पर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा प्रवर्तन कार्यवाही की गई। निरीक्षण के दौरान कुल 32 नमूने विभिन्न प्रतिष्ठानों से एकत्रित कर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
दूध, पनीर, दही, घी, टोण्ड मिल्क, फुलक्रीम मिल्क – कल्याणपुर, माधोबाग, शिवराजपुर, रमईपुर, मूसानगर, कोयलानगर आदि क्षेत्रों से… मिठाई एवं नमकीन उत्पाद (पेड़ा, बेसन लड्डू, छेना मिठाई, दूध बर्फी, खोया) – रावतपुर, कोयलानगर, शारदा नगर आदि क्षेत्रों से… फलाहारी सामग्री (कुट्टू आटा, सिंघाड़ा आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, किसमिस) – श्याम नगर, अशोक नगर, भन्नानापुरवा, रावतपुर आदि क्षेत्रों से… सरसों का तेल – रामादेवी चौराहा, पिपरगांव आदि से संकलित नमूने लिए गये। सभी संग्रहीत नमूनों को विधिवत पैक कर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है।
नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के उपरांत खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के अंतर्गत आवश्यकतानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।