सफेद ब्रेड हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है, खासकर सुबह के नाश्ते में हम इसे सैंडविच के तौर पर खाना पसंद करते हैं, या फिर टोस्ट के रूप में भी इसका सेवन किया जाता है. इस तरह के भोजन को तैयार करने में ज्यादा टाइम नहीं लगता है, इसलिए सुबह ऑफिस या स्कूल जाते वक्त जल्दबाजी में इसे खाना आसान होता है, लेकिन काफी लोग व्हाइट ब्रेड से होने वाले नुकसान से अंजान हैं.
ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन डॉ. आयुषी यादव ने बताया कि अगर हम रेगुलर बेसिस पर सफेद ब्रेड का सेवन कर रहे हैं तो सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. आप व्हाइट ब्रेड की जगह होल ग्रेन, या मल्टी ग्रेन की रोटी खाएं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.
ज्यादातर व्हाइट ब्रेड में सॉल्ट कंटेंट और प्रिजर्वेटिव्स काफी ज्यादा होते है, क्योंकि इन्हें कई दिनों तक मार्केट में बेचना पड़ता है, लेकिन ये सेहत के लिए बिलकुल अच्छे नहीं होते, क्योंकि इससे न बल्ड प्रेशर बढ़ सकता है. जो लोग काफी ज्यादा सफेद ब्रेड का सेवन करते हैं, उनके लिए ये खतरा अधिक है.
व्हाइट ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट, रिफाइंड शुगर और नमक की काफी ज्यादा मात्रा होती है, जिससे हमारे शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है. अगर इसका रेगुलर इनटेक किया गया तो ब्लड शुगर लेवल और फैट तेजी से बढ़ेगा, जिससे डायबिटीज और मोटापे का खतरा पैदा हो जाएगा.
ब्रेड में सोडियम की मात्रा ज्यादा होने से बीपी बढ़ने का रिस्क पैदा हो जाता है. हाई ब्लड प्रेशर का मतलब ये है कि खून को धमनियों से हार्ट तक पहुंचने में जोर लगाना पड़ता है, जिससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज, ट्रिपल वेस्ल डिडीज और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.