
बेंगलुरु में 14वें एयरो-इंडिया शो चल रहा है. इसमें सबसे मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. HAL का बनाया हुआ HLFT-42 स्वदेशी ट्रेनर एयरक्राफ्ट.दरअसल, इस विमान पर हनुमान जी का फोटो नजर आ रहा है और इसमें वह गदा के साथ नजर आ रहे हैं. इस फोटो को यूं ही नहीं लगाया गया है. इसके पीछे एक परंपरा भी है. आपको इस परंपरा के बारे में जरूर जानना चाहिए. आप जानते ही हैं कि हनुमान जी रातों-रात संजीवनी बूटी लेकर आए थे. वे एक रात में लंका से उत्तराखंड के जोशीमठ द्रोणागिरी पर्वत पर पहुंचे थे. आइए जानते हैं इस विमान पर बजरंगबली का फोटो क्यों लगाया गया है?
फोटो में आप देख सकते हैं कि हनुमान जी का एक चित्र लगा हुआ है. इस विमान के मॉडल पर बजरंगबली हाथ में गदा लेकर उड़ान भरते हुए नजर आ रहे हैं और लिखा हुआ है कि ‘स्टॉर्म इज कमिंग’ यानी तूफान आ रहा है. आखिर विमान पर हनुमान जी की इस तरह की तस्वीर क्यों लगाई. आइए जानते हैं.
विमान का नाम
ग्रुप कैप्टन ठाकुर बताते हैं कि 60 के दशक में HAL ने अपना पहला लड़ाकू विमान एचटी-24 बनाया. जिसका नाम मारुत रखा गया. आपको बता दें कि हनुमान जी को मारुत नाम से भी जाना जाता है क्योंकि बजरंगबली मारुति यानी पवन-देव के पुत्र थे. इसलिए हनुमान जी को पवन-पुत्र हनुमान और मारुति-नंदन के नाम से जानते हैं. इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए HAL ने HLFT-42 पर हनुमान जी की फोटो लगाई है. ग्रुप कैप्टन ठाकुर यह भी बताते हैं कि HLFT अगले 2030 के बाद बनकर तैयार होगा, तब तक भारत का स्वदेशी स्टील्थ एयरक्राफ्ट, एलसीए-मार्क 2 और एमका (एमसीए–मीडियम कॉम्बेट स्टेल्थ एयरक्राफ्ट) भी बनकर तैयार हो जाएंगे. इन लड़ाकू विमानों को उड़ाने से पहले HLFT-42 पर ही पायलटों को ट्रेनिंग दी जाएगी.