मेरठ पुलिस ने एक कंप्यूटर सेंटर पर छापा मारकर जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ किया है। बाहर से इस सेंटर पर कंप्यूटर चलाना सीखें लिखा हुआ था। इसके अलावा वहां जॉब वर्क सिखाने का भी बोर्ड लगा हुआ था। पुलिस ने यहां से 9 युवतियों, 3 ग्राहकों और सेंटर मालिक राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया।
स्थानीय लोगों की मानें, तो यहां से ऑनलाइन डिमांड पर भी लड़कियों की सप्लाई होती थी। सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी समेत भारी पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंचा। मामला मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक पुलिस को लंबे समय से इस कॉम्प्लेक्स को लेकर शिकायतें मिल रही थीं।
कई लोगों ने बताया था कि यहां कंप्यूटर क्लासेस के नाम पर कुछ और ही काम होता है। शिकायतें बढ़ीं तो सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने खुद कार्रवाई की कमान संभाली। जांच की तैयारी कर नौचंदी, मेडिकल और सिविल लाइन पुलिस की टीमों ने कॉम्प्लेक्स पर छापा मारा। पुलिस की मौजूदगी से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। अंदर से जो तस्वीर सामने आई, उसने सबको चौंका दिया। लड़कियां और पुरुष तुरंत पुलिस के घेरे में ले लिए गए।
Whatsapp पर फोटो दिखा होती थी लड़कियों की बुकिंग
जांच में खुलासा हुआ कि Whatsapp के जरिए ग्राहकों को लड़कियों की तस्वीरें भेजी जाती थीं और इसी आधार पर बुकिंग होती थी। जब पुलिस टीम अंदर पहुंची, तो वहां जिस्मफरोशी का धंधा चलता मिला। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने बताया कि इस जॉब सेंटर के नाम पर सेक्स रैकेट चलाने वाला एक गैंग है। ये गैंग ऑन डिमांड भी लड़कियां भेजते हैं। यहीं नहीं, गोपनीय कैमरे से लड़की बुलाने वाले व्यक्ति से बिताए पलों को शूट कर लेते हैं। फिर उसे ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलते हैं।