
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक इलाके में रविवार शाम अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन दल पर पथराव किया हालांकि घटना में कोई व्यक्ति या अधिकारी घायल नहीं हुआ। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इसी बीच कुछ अफवाहों की वजह से स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। हालांकि घटना में कोई घायल नहीं हुआ और हालात नियंत्रण में हैं। त्रिपाठी ने बताया, कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि मलबे के कारण उनके मकान क्षतिग्रस्त हो गये।
उनमें से सात लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर आवंटित किए गए थे। लखनऊ के अकबर नगर में रहने वाले लगभग 74 बीपीएल कार्ड धारकों ने उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर की थी, जिसमें विकास प्राधिकरण के तोड़-फोड़ अभियान पर रोक लगाने की मांग की गयी थी।
अकबर नगर में कुकरैल नाले के किनारे कथित रूप से सरकारी जमीन पर झुग्गी बस्ती का निर्माण किया गया इसीलिए यह अभियान चलाया जा रहा है। इस बस्ती में करीब 1400 घर हैं।
एलडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशों के मुताबिक तोड़फोड़ की यह कार्यवाही मकानों के लिए नहीं बल्कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर की जा रही है। उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह एक आदेश में अकबर नगर में सरकारी जमीन पर निर्मित बस्ती के सभी निवासियों को 31 मार्च या उससे पहले विवादित परिसर खाली करने का आदेश दिया था।